दीपावली पर निबंध (दिवाली पर निबंध) – Deepawali Essay In Hindi

Essay In Hindi On Diwali – दिवाली भारत में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्यौहार हर साल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के भारतीय समुदायों में विशेष हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार हर घर में खुशियाँ लेकर आता है और इस दिन हर घर में भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है। वैसे तो दिवाली पांच दिनों का त्योहार है जहां हर दिन का अलग महत्व होता है लेकिन आमतौर पर 2 दिन सबसे खास होते हैं – छोटी दिवाली और दिवाली। आमतौर पर दिवाली का त्योहार अक्टूबर के मध्य से नवंबर के मध्य में आता है। दिवाली कार्तिक महीने की पंद्रहवीं तिथि अमावस्या को मनाई जाती है। तो आइये जानते है दीपावली पर निबंध, दिवाली का निबंध (Deepawali Essay In Hindi) –

लघु निबंध – दीपावली पर निबंध (दिवाली पर निबंध) – Essay In Hindi On Diwali

दिवाली एक हिंदू त्यौहार है जिसे बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। आमतौर पर दिवाली अक्टूबर या नवंबर में आती है। इस दिन श्री राम लंकापति रावण को हराकर अपनी नगरी अयोध्या लौटे थे। भगवान राम का अयोध्या लौटना बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

दिवाली पांच दिवसीय यानी की पांच दिनों तक चलने वाला त्यौहार है। दिवाली के इस त्यौहार के दौरान घरों की साफ-सफाई की जाती है और घर के हर कोने को दीयों, फूलों और रंग-बिरंगी रंगोली से सजाया जाता है। लोग एक-दूसरे को उपहार देते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। दिवाली की रात यानी इस पूरे त्यौहार की मुख्य शाम को लोग धन और समृद्धि के देवी-देवताओं देवी लक्ष्मी जी और भगवान गणेश की विशेष पूजा करते हैं। लोग अपने घरों में रंग-बिरंगे मिट्टी के दीये जलाते हैं, जो प्रकाश और आशा की जीत का संदेश देते हैं।

दीर्घ निबंध – दीपावली का निबंध (दिवाली का निबंध) – Diwali Ka Nibandh

दिवाली या दीपावली भारत देश में मनाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इसे रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है, यह बुराई पर अच्छाई की जीत, अज्ञानता पर ज्ञान और निराशा पर आशा का प्रतीक है। दिवाली हिंदू कैलेंडर में कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाई जाती है, जो आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर में आती है।

दिवाली संस्कृत शब्द दीपावली से ली गई है, जिसका अर्थ है “दीपों की पंक्ति।” यह त्योहार नए हिंदू वर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है। यह त्योहार घर के चारों ओर दीये और मोमबत्तियाँ जलाकर मनाया जाता है। यह अंधकार पर प्रकाश की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। दिवाली दुनिया भर के हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत, अज्ञानता पर ज्ञान और निराशा पर आशा का जश्न मनाने का समय है।

दिवाली मनाने के पीछे कई किंवदंतियाँ हैं। दिवाली भगवान राम के रावण को हराने के बाद अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। श्री राम को 14 साल के लिए अयोध्या से निर्वासित किया गया था और उनकी वापसी का जश्न बहुत खुशी और उत्सव के साथ मनाया गया था। अयोध्या के लोगों ने उनके स्वागत के लिए दीये जलाए और अपने घरों को सजाया। दिवाली मनाने का एक और कारण धन और समृद्धि की हिंदू देवी लक्ष्मी का सम्मान करना है। लोग धन और सौभाग्य का कामना के लिए दिवाली की रात देवी लक्ष्मी पूजा करते हैं।

दिवाली का त्यौहार सम्पूर्ण भारत देश में बड़े ही उत्साह और खुशी के साथ मनाये जाने वाला त्यौहार है। लोग इस त्यौहार की तैयारी हफ्तों पहले से ही शुरू कर देते हैं। वे अपने घरों की सफाई करते हैं, उन्हें रोशनी और रंगोली से सजाते हैं और नए कपड़े खरीदते हैं। दिवाली की रात लोग अपने घरों और दफ़्तरों के आस-पास दीये और मोमबत्तियाँ जलाते हैं। वे धन और सौभाग्य का आशीर्वाद पाने के लिए लक्ष्मी पूजा भी करते हैं। पूजा के बाद लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। इस दिन लोग स्वादिष्ट भोजन और मिठाइयाँ बनाते हैं, साथ ही प्रियजनों के साथ बाँटते हैं।

दिवाली परिवारों व दोस्तों के साथ आकर जश्न मनाने का एक अच्छा समय है। लोग अपने घरों की सफाई व सजावट करते हैं, नए कपड़े खरीदते हैं और स्वादिष्ट भोजन बनाते हैं। दिवाली की रात लोग दीये जलाने, लक्ष्मी पूजा करने और उपहारों का आदान-प्रदान करने के लिए इकट्ठा होते हैं। दिवाली परिवारों और दोस्तों के एक साथ आकर जश्न मनाने का समय है। यह सभी गिले-शिकवे भूलकर एक नई शुरुआत करने का समय है। दिवाली खुशी और आनंद फैलाने का भी समय है। धनी परिवार दिवाली के अवसर पर दान-पुण्य करते हैं, साथ ही जरूरतमंदों की सहायता करते हैं।

दीपावली का निबंध / दिवाली का निबंध – Diwali Par Nibandh

पंक्ति 1) दिवाली, दीपावली या दीपावली को ‘रोशनी का त्योहार’ भी कहा जाता है।

पंक्ति 2) दीपावली का त्योहार कई भारतीय संस्कृतियों के लिए नए वर्ष की शुरुआत का प्रतीक होता है।

पंक्ति 3) दिवाली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है क्योंकि इस दिन भगवान राम रावण को हराकर 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे।

पंक्ति 4) इस दिन अयोध्या के लोगों ने अपने श्री राम की वापसी का जश्न मनाने के लिए अपने घरों और पूरे शहर को दीयों से सजाया था।

पंक्ति 5) दिवाली पर लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, उन्हें फूलों से सजाते हैं, रंगोली बनाते हैं, दीये जलाते हैं और पूरे घर को रोशनी से भर देते हैं।

पंक्ति 6) दोस्त, पड़ोसी, रिश्तेदार एक-दूसरे से प्रेम से मिलते हैं, उपहार और मिठाइयों के दूसरे से शेयर करते हैं।

पंक्ति 7) दिवाली की रात देवी लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है।

पंक्ति 8) दिवाली पांच दिनों का त्योहार है।

पंक्ति 9) दिवाली से एक दिन पूर्व छोटी दिवाली मनाई जाती है।

पंक्ति 10) दिवाली केवल एक त्यौहार नहीं है, दिवाली बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Articles