Fruits Name In Sanskrit Language – फल स्वादिष्ट, पौष्टिक और विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं। फलों में विभिन्न पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक हैं, जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। फलों का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए फायदेमंद है।
लेकिन क्या आप जानते है संस्कृत में फलों के नाम क्या है (What Is Sanskrit Fruits Name), अगर नहीं तो आइये जानते है संस्कृत में फलों के नाम (Sanskrit Mein Falon Ke Naam) –
संस्कृत में फलों के नाम (Fruits Name In Sanskrit Language)
संस्कृत में फलों के नाम कुछ इस प्रकार है (Name Of Fruits In Sanskrit Language) –
- सेब – सेवम्
- केला – कदलिका
- संतरा – नारङ्गम्
- आम – आम्रम्
- अंगूर – द्राक्षाफलम्
- तरबूज – कालिङ्गम्
- अनानास – अनासम्
- पपीता – मधुकर्कटी
- अनार – दाडिमः
- कीवी – कीवीफलम्
- चेरी – प्रबदरम्
- स्ट्रॉबेरी – तृणबदरम्
- ब्लूबेरी – नीलबदरी
- रसबेरी – रसबदरी
- नाशपाती – अमृतफलम्
- खुबानी – प्रियालु
- एवोकाडो – नीरबीज
- बेल- बिल्वम्
- सीताफल (शरीफा)- सीताफलम्
- नारियल- नारिकेलम्
- जामुन- जम्बूफलम्
- बेर- बदरीफलम्
- आँवला- आमलकम्
- मौसंबी- मतुलुङ्गम्
- खरबूजा- खर्बुजम्
- खजूर- खर्जुरम्
- सिंघाड़ा- श्रृंगाटकम्
- अंजीर- उदुम्बरम्
- नाशपाती- अमृतफलम्
- आड़ू- आद्रालुः
- लीची- लीचिका
- चीकू – विकूतम्
- आलू बुखारा- आलुकम्
- चकोतरा – धुकर्कट
- नींबू – जंबीरम्
- कटहल – पनसम्
- इमली – तिन्तिड़ीकम्
- गूलर – उदुम्बरम्
- शहतूत – तूतम्
- खुबानी – प्रियालु
- कमरख – कर्मरक्षम्
- खिरनी – क्षीरिणी
- महुआ – मधूकः
फल खाने के फायदे इन हिंदी
(1) हमारे शरीर को शरीर के संपूर्ण कामकाज को सही तरीके से चलाने के लिए बहुत सारे विटामिन, मिनरल और फाइबर की जरूरत होती है। ये सभी पोषक तत्व हमें सिर्फ खाने से ही नहीं मिल पाते। नियमित रूप से फलों का सेवन करने से हमें ये तत्व मिलते रहते हैं और शरीर कुशलता से काम करता है।
(2) फलों की सबसे अच्छी बात ये है कि ये कैलोरी बढ़ाए बिना हमें एनर्जी देते हैं। इससे बेहतर और क्या हो सकता है,। मतलब आपका वजन भी नहीं बढ़ेगा और आपको फल खाने के फायदे भी मिलेंगे।
(3) फलों की सबसे अच्छी बात ये है कि इनमें हानिकारक फैट और सोडियम न के बराबर मात्रा में होता है, इसलिए इनके नुकसान बहुत कम हैं। आपको न तो फलों को पकाने की चिंता करनी पड़ती है और न ही उबालने की। जब भी हमें फल खाने का मौका मिलता है, हम आराम से इन्हें खा सकते हैं।
(4) फलों के स्वास्थ्य लाभों में से एक ये भी है कि फलों में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है और ये तो आप जानते ही होंगे कि ये मिनरल हमारे लिए कितना उपयोगी है। पोटैशियम हमें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा यह हमें किडनी स्टोन से भी बचाता है।
(5) कुछ फल विटामिन सी के सबसे बड़े स्रोत हैं और विटामिन सी के अनगिनत फायदे किसी से छिपे नहीं हैं। हमारे शरीर के एनर्जी लेवल को बनाए रखने के लिए इसकी बहुत जरूरत होती है। प्रोटीन के साथ-साथ घावों को भरने के लिए भी विटामिन सी की जरूरत होती है। इसके अलावा यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और दांतों, मसूड़ों और त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी बहुत जरूरी है।
(6) फल एंटी एजिंग के तौर पर अच्छे से काम करते हैं, यानी अगर आप नियमित रूप से फलों का सेवन करते हैं तो ये आपको बढ़ती उम्र के असर से बचाते हैं। फलों में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
(7) फल हमारे दिल को स्वस्थ रखते हैं। सेब, केला, अंगूर और संतरा जैसे फल हमारे दिल की रक्षा करते हैं, इसका कारण यह है कि इनमें फ्लेवोनॉयड्स, पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं जो दिल को स्वस्थ रखने में सहायक हैं।
(8) फल हमारे खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं, फलों में पाए जाने वाले विटामिन ए, बी6, सी, ई और के हमारे खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में कारगर साबित होते हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा काफी देखने को मिलता है।
(9) फलों में प्राकृतिक शुगर होती है, सेब, चेरी, केला, संतरा और आड़ू हमारे शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं। शुगर से पीड़ित लोग कम मीठे फलों का सेवन भी कर सकते हैं। शुगर को कम करने में फल अहम भूमिका निभा सकते हैं।
(10) फलों के फायदों में अगला फायदा ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना है। केला, सेब, खुबानी, खरबूजा और आम हमारे ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में हमारी मदद करते हैं। फल खाने से हम हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों से भी बच सकते हैं।
(11) फल हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में भी योगदान देते हैं। कुछ विटामिन जैसे सी और के हमारी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। फलों के नियमित सेवन से हमारी हड्डियों का घनत्व बढ़ता है।
(12) रोजाना कुछ फल खाने के कई फायदे हैं, जिनमें से एक है चिंता और डिप्रेशन से बचाव। डॉक्टर डिप्रेशन और चिंता के सभी मरीजों को फल खाने की सलाह देते हैं। इनमें पाए जाने वाले विटामिन हमारे मूड को सही रखने वाले हॉरमोन के उत्पादन के लिए ज़रूरी होते हैं।
(13) फल हमारे पाचन को भी बेहतर बनाते हैं। इनमें मौजूद फाइबर हमारे खाने को सही तरीके से पचाने में मदद करते हैं और पेट को भी सही तरीके से साफ़ करते हैं। फलों के नियमित सेवन से हमारा पाचन तंत्र मज़बूत होता है।
(14) नियमित रूप से फल खाने से हमें कभी भी खून की कमी नहीं होती। ऐसे कई फल हैं जो हमारे खून की पूर्ति करते हैं जैसे मीठा नींबू, अनार, चुकंदर और गाजर आदि। ये हमें एनीमिया से बचाते हैं।
(15) आप सभी जानते ही होंगे कि फलों में 80% तक पानी होता है। इसलिए जो लोग रोज़ाना फल खाते हैं, उन्हें कभी भी पानी की कमी नहीं होती। इसका मतलब है कि हम डिहाइड्रेशन से बचे रहते हैं।