LIC Ka Malik Kaun Hai – एलआईसी कंपनी देशभर में फैली हुई है, इसलिए हर साल एलआईसी में विभिन्न पदों पर भर्तियां भी निकाली जाती हैं। एलआईसी भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी होने के साथ सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भी है। यह भारतीय जीवन बीमा कंपनी देश के सभी छोटे-बड़े शहरों में मौजूद है।
एलआईसी अपने ग्राहकों को जीवन बीमा के साथ-साथ स्वस्थ बीमा, निवेश प्रबंधन और म्यूचुअल फंड में निवेश करने का मौका देता है। आप एलआईसी से इन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह एक बहुत ही भरोसेमंद बीमा कंपनी है, यही कारण है कि वर्तमान समय में बड़ी संख्या में लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। इसके लिए कोई भी व्यक्ति एलआईसी की मदद लेकर आसानी से निवेश शुरू कर सकता है। इसके लिए आप नजदीकी एलआईसी शाखा में जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइये अब जानते है एलआईसी का मालिक कौन है (LIC Owner Name In Hindi) –
एलआईसी का मालिक कौन है (LIC Ka Malik Kaun Hai In Hindi)
एलआईसी का मालिक – भारत सरकार है। एलआईसी भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है। इस पर भारत सरकार का नियंत्रण है।
एलआईसी का पूरा नाम भारतीय जीवन बीमा निगम है, यह हमारे देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी के रूप में जानी जाती है।
एलआईसी की स्थापना 1 सितंबर 1956 में हुई थी। एलआईसी को जो मुनाफा होता है उसका 5% हिस्सा सरकार देश के विकास पर खर्च करती है और बाकी 95% मुनाफा पॉलिसीधारकों के बीच बोनस के तौर पर बांट देती है।
भारतीय जीवन बीमा निगम के देश भर में लगभग 2048 कार्यालय हैं जिनमें 10 लाख से अधिक एजेंट हैं। भारत के मुख्य क्षेत्रों में 8 क्षेत्रीय कार्यालय और 101 मंडल कार्यालय खोले गए हैं।
भारतीय बीमा बाजार में एलआईसी की हिस्सेदारी लगभग 62.8% है। बीमा के अलावा एलआईसी की ओर से होम लोन की सुविधा भी दी जाती है।
एलआईसी का मुख्यालय कहां है इन हिंदी (LIC Headquarters Kahan Hai)
एलआईसी का मुख्यालय भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में स्तिथ है।
एलआईसी की स्थापना कैसे हुई थी?
भारत में पहली जीवन बीमा कंपनी ओरिएंटल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी थी, जिसकी स्थापना 1818 में कोलकाता में हुई थी, जो भारी प्रीमियम लेती थी। 1956 में, 245 भारतीय और विदेशी बीमा कंपनियों और प्रोविडेंट सोसाइटियों का भारत सरकार ने अधिग्रहण कर लिया और उनका राष्ट्रीयकरण कर दिया।
एलआईसी का गठन संसद के एक अधिनियम के तहत किया गया है जिसे एलआईसी अधिनियम, 1956 कहा जाता है। भारत सरकार ने एलआईसी के गठन में 5 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
भारतीय जीवन बीमा निगम ने 04 मई 2022 को अपना आईपीओ लॉन्च किया था जिसमें एलआईसी ने 21000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था। कंपनी के शेयर बाजार में आने से अब जनता बीमा के साथ-साथ कंपनी में निवेश कर सकती है और शेयर खरीद सकती है। IPO के बाद भी कंपनी में 96.50% हिस्सेदारी भारत सरकार के पास ही है, जिससे एलआईसी का मालिकाना हक भारत सरकार के पास ही रहता है।
जीवन बीमा कितने वर्षों के लिए होता है?
जीवन बीमा की कोई निश्चित समयावधि नहीं होती है। जीवन बीमा 1 वर्ष से 100 वर्ष तक का हो सकता है। जीवन बीमा की अवधि आपकी उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करती है। अगर आप युवा हैं तो आप लंबी अवधि की जीवन बीमा पॉलिसी ले सकते हैं। जब आपका बच्चा होगा तो यह पॉलिसी आपकी फैमिली को वित्तीय सुरक्षा देगी।
यदि आप मध्यम आयु वर्ग के व्यक्ति हैं, तो आप मध्यम अवधि की जीवन बीमा पॉलिसी ले सकते हैं। जब आप अपने करियर में सबसे अधिक उत्पादक होंगे तो यह पॉलिसी आपकी फैमिली को वित्तीय सुरक्षा देगी।
यदि आप वरिष्ठ नागरिक हैं तो आप अल्पकालिक जीवन बीमा पॉलिसी ले सकते हैं। जब आप सेवानिवृत्त होंगे तो यह पॉलिसी आपकी फैमिली को वित्तीय सुरक्षा देगी।
जीवन बीमा पॉलिसी खरीदते समय आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों पर सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए। आपको अपने परिवार की वित्तीय जरूरतों का भी आकलन करना होगा। आप किसी वित्तीय सलाहकार से बात करके सही जीवन बीमा पॉलिसी चुन सकते हैं।
FAQs
एलआईसी की कुल संपत्ति कितनी है?
2019 के अनुसार LIC की कुल संपत्ति 31,11,847 करोड़ रुपये है।
एलआईसी का मुख्यालय कहाँ है?
एलआईसी का मुख्यालय मुंबई में है।
एलआईसी का गठन कब हुआ था?
एलआईसी (LIC) का गठन साल 1956, 1 सितंबर को हुआ था।
एलआईसी सरकारी है या प्राइवेट?
एलआईसी पूरी तरह से सरकारी कंपनी है और इसे भारत सरकार द्वारा चलाया जाता है।
एलआईसी जीवन बीमा का मालिक कौन है?
एलआईसी का मालिक भारत सरकार है।
एलआईसी दिवस कब मनाया जाता है?
एलआईसी दिवस 1 सितंबर को मनाया जाता है।