मध्य प्रदेश के 55 जिलों के नाम 2024 – MP 55 District Name In Hindi 2024

मध्य प्रदेश के 55 जिलों के नाम 2024 – भारत के मध्य भाग में स्थित मध्य प्रदेश देश का एक महत्वपूर्ण राज्य है, जो अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत इसे खास बनाती है।

मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध हीरे की खदानें हैं, जिसके चलते प्राचीन काल से मध्य प्रदेश यानी एमपी को ‘हीरा नगरी’ के रूप में जाना जाता है, मध्य प्रदेश में अनगिनत धातु की खदानें मौजूद हैं जो इसकी एक अलग पहचान बनती हैं।

मध्य प्रदेश का प्रशासनिक विभाजन 55 जिलों में है, जिन्हें 10 संभागों में विभाजित किया गया है। मध्य प्रदेश के सभी जिले राज्य की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। तो आइये जानते है मध्य प्रदेश के 55 जिलों के नाम 2024 (MP 55 District Name In Hindi 2024) –

मध्य प्रदेश के 55 जिलों के नाम 2024 – 55 District Of MP In Hindi 2024

वर्तमान समय में मध्य प्रदेश में 55 जिले है, जिनके नाम इस प्रकार है (MP 55 District List In Hindi) –

  • मंडला (Mandla)
  • मंदसौर (Mandsaur)
  • मुरैना (Morena)
  • आगर मालवा (Agar Malwa)
  • अनूपपुर (Anuppur)
  • बालाघाट (Balagat)
  • देवास (Dewas)
  • धार (Dhar)
  • डिंडोरी (Dindori)
  • ईस्ट निमार (East Nimar)
  • गुना (Guna)
  • ग्वालियर (Gwalior)
  • हरदा (Harda)
  • बुरहानपुर (Burhanpur)
  • छतरपुर (Chhatarpur)
  • छिंदवाड़ा (Chhindwara)
  • दमोह (Damoh)
  • दतिया (Datia)
  • होशंगाबाद (Hoshangabad)
  • इन्दौर (Indore)
  • जबलपुर (Jabalpur)
  • झाबुआ (Jhabua)
  • शाजापुर (Shajapur)
  • शहडोल (Shahdol)
  • सिवनी (Seoni)
  • सीहोर (Sehore)
  • सतना (Satna)
  • सागर (Sagar)
  • खरगोन (Khargone)
  • कटनी (Katni)
  • नरसिंहपुर (Narsinghpur)
  • चाचौड़ा (Chachoda)
  • उमरिया (Umaria)
  • उज्जैन (Ujjain)
  • रीवा (Rewa)
  • रतलाम (Ratlam)
  • पन्ना (Panna)
  • निवाड़ी (Niwari)
  • नीमच (Neemuch)
  • भिण्ड (Bhind)
  • शिवपुरी (Shivpuri)
  • राजगढ़ (Rajgarh)
  • रायसेन (Raisen)
  • विदिशा (Vidisha)
  • बैतूल (Betul)
  • बड़वानी (Barwani)
  • अलीराजपुर (Alirajpur)
  • अशोक नगर (Ashoknagar)
  • मैहर (Maihar)
  • नागदा (Naagda)
  • भोपाल (Bhopal)
  • श्योपुर (Sheopur)
  • सीधी (Sidhi)
  • सिंगरौली (Singrauli)
  • टीकमगढ़ (Tikamgarh)

मध्य प्रदेश के 10 संभाग के नाम 2024 – 55 Divisions Of MP In Hindi 2024

  • भोपाल संभाग
  • जबलपुर संभाग
  • इंदौर संभाग
  • ग्वालियर संभाग
  • सागर संभाग
  • उज्जैन संभाग
  • शहडोल संभाग
  • चंबल संभाग
  • रीवा संभाग
  • होशंगाबाद / नर्मदापुरम संभाग

मध्य प्रदेश के जिलों के गठन का इतिहास – History Of Information Of Districts Of Madhya Pradesh In Hindi

जब मध्य प्रदेश का गठन हुआ था, तब 1956 में मध्य प्रदेश में कुल 43 जिले थे। उस समय वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य मध्य प्रदेश में शामिल था।

मध्य प्रदेश के गठन के साथ ही इसकी राजधानी बनाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी। उस समय मध्य प्रदेश की राजधानी बनाने की सूची में भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर का नाम था और शायद मध्य प्रदेश ही एकमात्र ऐसा राज्य था जिसकी राजधानी बनाने के बारे में सलाह तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेनी पड़ी थी।

लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने यह जिम्मेदारी मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री रविशंकर शुक्ला पर छोड़ दी थी। जिसके बाद रविशंकर शुक्ला ने भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी बनाने का फैसला किया। उस समय भोपाल सीहोर जिले की एक तहसील हुआ करती थी।

इसके बाद वर्ष 1972 में भोपाल को सीहोर से अलग कर दिया गया और इसे तहसील न रखकर जिला बना दिया गया। इसके साथ ही उस समय राजनांदगांव को भी जिला घोषित किया गया। हालांकि यह जिला वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है। इस तरह वर्ष 1972 में मध्य प्रदेश में 2 नए जिले राजनांदगांव और भोपाल बनाए गए। इस तरह उस समय जिलों की संख्या 43 से बढ़कर 45 हो गई।

इसके बाद 25 मई 1998 को बीपी दुबे की एक समिति बनाई गई जिसमें मध्य प्रदेश में 10 नए जिले बनाए गए। उस समय खरगोन को बड़वानी से अलग करके अलग जिला बनाया गया, डिंडोरी को मंडला से अलग करके नया जिला बनाया गया और श्योपुर और कटनी को मुरैना और जबलपुर से अलग करके नया जिला बनाया गया। इस तरह उस समय जिलों की कुल संख्या 55 हो गई। उस समय बनाए गए 10 नए जिलों में से 6 जिले वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित हैं।

उसी वर्ष फिर से सिंह देव की एक समिति बनाई गई जिसमें 6 और नए जिले बनाए गए, जिनमें से 3 जिले वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में मौजूद हैं। हरदा को होशंगाबाद से अलग किया गया। नीमच को मंदसौर से अलग किया गया। इसके अलावा उमरिया को शहडोल से अलग करके एक नया जिला बनाया गया था। इस तरह उस समय कुल जिलों की संख्या 61 थी।

फिर वर्ष 2000 में 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से अलग करके एक नए राज्य के रूप में अस्तित्व में लाया गया। जिसके बाद उस समय मध्य प्रदेश में स्थित 61 जिलों में से 16 जिले छत्तीसगढ़ में चले गए। इस तरह राज्य के विभाजन के बाद मध्य प्रदेश में 45 जिले रह गए।

इसके बाद वर्ष 2003 में बुरहानपुर को खंडवा से, अशोकनगर को गुना से और अनूपपुर को शहडोल से अलग करके तीन और नए जिले बनाए गए। इस तरह वर्ष 2003 में मध्य प्रदेश में कुल 48 जिले बन गए।

उसके बाद वर्ष 2008 में फिर से अलीराजपुर को झाबुआ से तथा सिंगरौली को सीधी से अलग करके दो और नए जिले बनाए गए और इस तरह वर्ष 2008 में जिलों की संख्या 50 तक पहुंच गई।

वर्ष 2018 तक मध्य प्रदेश में 52 जिले हो गए थे, क्योंकि वर्ष 2013 से 2018 तक आगर मालवा को शाजापुर से तथा निवाड़ी को टीकमगढ़ से अलग करके दो और जिले बनाए गए थे।

वर्ष 2020 में 18 मार्च को तीन और नए जिले बनाए गए, जो छछोरा, नागदा तथा मैहर जिले थे, जो क्रमशः गुना, उज्जैन तथा सतना को अलग करके बनाए गए थे। इस तरह वर्तमान में मध्य प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 55 है।

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