महात्मा गांधी के बच्चे का नाम – Mahatma Gandhi Ji Ke Kitne Bete The

Mahatma Gandhi Ji Ke Kitne Bacche The – हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जिनकी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है, अपने आदर्शों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। गांधी जी ने अहिंसा के मार्ग पर चलकर स्वतंत्रता संग्राम में जान फूंक दी। इसके साथ ही उन्होंने कई सामाजिक बुराइयों के खिलाफ भी आवाज उठाई, जिसमें हरिजन समुदाय के लिए आवाज उठाना और अमीर-गरीब के बीच का अंतर भी शामिल है। लेकिन क्या आप जानते हैं गांधी जी के कितने बेटे थे? अगर नहीं तो आइये जानते है महात्मा गांधी के बच्चे का नाम (Mahatma Gandhi Ji Ke Kitne Bete The) –

महात्मा गांधी के कितने बच्चे थे (Mahatma Gandhi Ji Ke Kitne Bacche The)

2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती होती है। गांधी जी की जयंती पर देश-दुनिया भर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान गांधी के जीवन के हर छोटे-बड़े हिस्से, उनके सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक जीवन को याद किया जाता है।

गांधी जी ने राष्ट्र के आंदोलन में जितनी सक्रिय भागीदारी की, उतनी ही भागीदारी उनकी जीवन संगिनी बा कस्तूरबा ने भी दी। इतना ही नहीं गांधी जी के सभी बेटों ने भी राष्ट्र की आजादी में अपना योगदान दिया। बापू के चारों बेटों का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। महात्मा गांधी के चार बेटे थे, जिनका नाम है हरिलाल गांधी, रामदास गांधी, देवदास गांधी और मणिलाल गांधी।

1) हरिलाल गांधी

हरिलाल गांधी मोहनदास करमचंद गांधी के सबसे बड़े बेटे थे। गांधीजी के सबसे बड़े बेटे हरिलाल गांधी का जीवन बापूजी के जीवन से बिल्कुल उलट और विवादित था। जीवन के प्रति नैतिक आचरण पर जो दृढ़ संकल्प और जोर बापू में था, वह हरिलाल में नहीं देखा गया।

उन्होंने जीवन के कई फैसलों से बापू को परेशान भी किया। हालांकि, अपने बड़े बेटे के प्रति बापू की जिम्मेदारियों को लेकर कई बातें सामने आईं। गांधीजी के जीवन के बारे में जानकार विद्वानों और उल्लेखित पत्रों के अनुसार, हरिलाल गांधी को अपने पिता से कई इच्छाएं और अपेक्षाएं थीं, जिन्हें बापू ने एक पिता के तौर पर पूरा नहीं किया।

हरिलाल अपना जीवन अपने तरीके से जीना चाहते थे। लेकिन कई विशेषज्ञों के अनुसार, गांधीजी ने अपने बड़े बेटे हरिलाल को कई आदतें और इच्छाएं पूरी नहीं करने दीं।

गांधीजी के पत्र के अनुसार, हरिलाल विदेश जाकर कानून की पढ़ाई करना चाहते थे और अपने पिता की तरह बड़े बैरिस्टर बनना चाहते थे। लेकिन गांधीजी का मानना ​​था कि विदेश में प्राप्त शिक्षा किसी भी तरह से ब्रिटिश शासन को समाप्त करने में मदद नहीं करेगी। साथ ही, पिता गांधी अपने बेटे की शराब और विलासितापूर्ण जीवन से बहुत दुखी और परेशान थे।

2) मणिलाल गांधी

मणिलाल गांधी महात्मा गांधी के दूसरे बेटे थे। बड़े बेटे के स्वभाव के विपरीत, मणिलाल बहुत आज्ञाकारी बेटे थे। और उन्होंने अपने पिता की विरासत को बहुत अच्छे से संभाला। इनका का जन्म 28 अक्टूबर 1892 को हुआ था, इन्होने अपने जिंदगी के कई साल दक्षिण अफ्रीका में व्यतीत किये थे।

जीवन में कई कठिन परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने कभी भी अपने पिता के दिखाए रास्ते से हटने की कोशिश नहीं की। मणिलाल ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने 1903 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए अखबार इंडियन ओपिनियन को चलाया था।

उन्होंने भारतीय और दक्षिण अफ्रीकी लोगों के लिए सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ आवाज उठाई और कई बार जेल गए। अपने महान कार्यों के बावजूद वे कभी भी अपने पिता के महान अस्तित्व से खुद को अलग नहीं कर पाए।

3) रामदास गांधी

रामदास गांधी गांधीजी के तीसरे बेटे थे। उनका जन्म 2 जनवरी 1897 को हुआ था। अपने पिता की राह पर चलते हुए उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई आंदोलनों में भी हिस्सा लिया। अपने जीवन के कई साल दक्षिण अफ्रीका में बिताने के कारण वे अपने पिता के आदर्शों पर चलने की ताकत नहीं दिखा पाए।

पिता के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के बाद भी उनका अस्तित्व गांधीजी से अलग नहीं हो सका। उनके परिवार में उनकी पत्नी निर्मला और तीन बच्चे सुमित्रा, उषा और कनु गांधी शामिल थे। रामदास गांधी ने अपने पिता महात्मा गांधी की चिता को मुखाग्नि दी थी।

4) देवदास गांधी

देवदास गांधी महात्मा गांधी के चार बेटों में सबसे छोटे थे। देवदास का जन्म 22 मई 1900 को हुआ था। वे एक अच्छे पत्रकार थे और स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गए थे। उनके महान कार्यों के बावजूद, गांधी के किसी भी बेटे का इतिहास में कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है, क्योंकि गांधी कभी नहीं चाहते थे कि उनके बेटे अपने पिता के नाम के सहारे जीवन में आगे बढ़ें। लेकिन महात्मा गांधी के परिवार के सदस्य उनकी इस सोच से सहमत नहीं थे। देवदास का विवाह सी. राजगोपालाचारी की बेटी लक्ष्मी से हुआ था। जिनसे चार बच्चे राजमोहन गांधी, रामचंद्र गांधी, गोपालकृष्ण गांधी, और बेटी तारा गांधी हुईं।

FAQs

गांधी जी की कितनी संतान थी?
गांधी जी के चार बेटे थे, जिनका नाम है हरिलाल गांधी, रामदास गांधी, देवदास गांधी और मणिलाल गांधी।

महात्मा गांधी की बेटी का नाम क्या था?
महात्मा गांधी की बेटी नहीं हुई थी।

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