आज क्या वार है / आज कौन सा वार है – Aaj Kaun Sa War Hai

Aaj Kya War Hai – एक सप्ताह में सात दिन होते है, सप्ताह के प्रत्येक दिन / दिवस को एक वार कहा जाता है। एक सूर्योदय से दूसरे सूर्योदय के बीच के समय के अंतर को ‘वार’ कहते हैं। हिन्दू धर्म में हर दिन या ‘वार’ का एक देवता के लिए निर्धारित है, जैसे – सोमवार शिवजी, मंगलवार -हनुमान आदि। दिन के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिससे कई लाभ भी देखने को मिलते है। तो आइये जानते है आज कौन सा वार है (Aaj Kaun Sa War Hai) –

आज क्या वार है /आज कौन सा वार है (Aaj Kya War Hai)

आज वार – शनिवार है, और दिनांक – 05 अक्टूबर 2024 है। आज अगर खास दिन की बात करे तो आज – – तृतीया व्रत, विश्व शिक्षक दिवस, वरिष्ठ नागरिक दिवस, राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस

आज का पंचांग 05 अक्टूबर 2024 (Today’s Panchang In Hindi 05 Oct 2024)

  • विक्रमी संवत् – 2081
  • शक संवत – 1944
  • मास – आश्विन
  • तिथि – तृतीया (अहोरात्र)
  • पक्ष – शुक्ल
  • वार – शनिवार
  • सूर्योदय – 16:17
  • सूर्यास्त – 18:01
  • चंद्रमा – तुला
  • नक्षत्र – स्वाती  (21:33 तक)
  • करण – प्रथम – तैतिल (18:42 तक), द्वितीय – गर (अहोरात्र तक)
  • योग – विष्कुम्भ (30:08 तक)
  • राहुकाल – 09:13-10:41
  • शुभ मुहूर्त – अभिजीत (11:45-12:32)

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सप्ताह के दिनों के बारे में

सोमवार – सोमवार को बहुत ही पवित्र और पावन दिन माना जाता है। इसे भगवान शिव का दिन कहा जाता है। इस दिन शिव व्रत रखने की परंपरा है। इसके साथ ही आज का दिन किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। सप्ताह की शुरुआत सोमवार से होती है।

मंगलवार – मंगलवार संकट मोचन मंगलहारी हनुमान जी का प्रिय दिन है। इस दिन हनुमान जी की पूजा और व्रत रखने की परंपरा है। ऐसा करने से घर में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है। इसे सप्ताह का दूसरा दिन कहा जाता है। इस दिन मंगलदेव की भी पूजा की जाती है।

बुधवार – सप्ताह का तीसरा दिन भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से उन लोगों को लाभ मिलता है जिनकी कुंडली में बुध कमजोर है। बुधवार के दिन इन गणेश जी का व्रत रखने से घर में शांति, यश और वैभव की प्राप्ति होती है।

गुरुवार- जिस किसी व्यक्ति का बृहस्पति कमजोर है, अगर वह गुरुवार का व्रत रखता है तो उसे बृहस्पति से संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। गुरुवार व्रत रखने से भगवान विष्णु और बृहस्पति दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। और विष्णु जी की कृपा से घर में धन-समृद्धि आती है। जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है, उनके लिए भी गुरुवार का व्रत लाभकारी माना जाता है।

शुक्रवार- सनातन धर्म में शुक्रवार को मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है। शुक्रवार सप्ताह का पांचवां दिन है। शुक्रवार को व्रत रखने से घर में अपार शांति और धन की प्राप्ति होती है और शुक्र देव की कृपा बनी रहती है। इस दिन सौंदर्य उत्पाद खरीदना शुभ माना जाता है। शुक्रवार को घर, कार, रसोई का सामान खरीदने से बचना चाहिए।

शनिवार – शनिवार सप्ताह का छठा दिन होता है। शनिवार को शनिदेव की पूजा और व्रत रखने की परंपरा है। इस दिन शनिदेव का व्रत रखने से शनि और शनिदेव की अपार कृपा प्राप्त होती है। इस दिन नुकीली वस्तुएं, रसोई से जुड़ी वस्तुएं और लाल रंग की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए। मान्यता है कि शनिवार को लोहा खरीदने से शनि दोष लगता है, और नमक खरीदने से कर्ज बढ़ता है।

रविवार- रविवार को सूर्यदेव का दिन माना जाता है। यह दिन छुट्टी के लिए जाना जाता है। रविवार को भगवान सूर्य का दिन माना जाता है। इस दिन सोना और तांबा खरीदना शुभ माना जाता है।

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