पीरियड में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें – भगवान कृष्ण की पूजा लोग अलग-अलग रूपों में करते हैं। कोई उन्हें मुरली मनोहर के नाम से पूजता है तो कोई उन्हें लड्डू गोपाल के रूप में पूजता है। आजकल ज्यादातर घरों में लड्डू गोपाल की सेवा की जाती है, उनकी देखभाल बिल्कुल एक बच्चे की तरह की जाती है।
लड्डू गोपाल की पूजा घर का कोई भी सदस्य कर सकता है, लेकिन अगर कोई महिला गोपालजी की पूजा करती है तो उसे कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। महीने में कुछ दिन ऐसे होते हैं जब महिलाएं भगवान की पूजा नहीं कर सकती हैं। उन्ही दिनों में से एक है – मासिक धर्म। तो आइये जानते है तो आइये जानते है मासिक धर्म में लड्डू गोपाल की पूजा कैसे करें (Masik Dharm Me Laddu Gopal Ki Seva Kaise Kare) –
पीरियड में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें (Period Me Laddu Gopal Ki Seva Kaise Kare)
अगर जन्माष्टमी के दिन या अन्य किसी भी दिन किसी महिला को मासिक धर्म की पीड़ा होती है तो उस दिन सुबह स्नान करने के बाद मन ही मन व्रत का संकल्प लेना चाहिए। लेकिन इस दौरान महिलाएं भौतिक रूप से पूजा में शामिल नहीं हो सकती हैं। लेकिन, अगर आप चाहें तो दूर से ही मन ही मन भगवान का मंत्र जाप और आरती कर सकती हैं।
अगर मासिक धर्म से गुजर रही महिलाएं जन्माष्टमी या किसी अन्य दिन के दौरान भगवान का श्रृंगार नहीं कर सकती हैं, तो उस दिन आपको भगवान बाल गोपाल को कुछ उपहार देने का मन में संकल्प लेना चाहिए और मासिक धर्म समाप्त होने के बाद उन्हें वह चीज भेंट करनी चाहिए।
अगर आपने लड्डू गोपाल की सेवा ली है, तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि मासिक धर्म के दौरान आप भगवान को स्पर्श नहीं करना है। सेवा के दौरान लड्डू गोपाल को रोजाना स्नान करवाना होता है और चार बार भोग लगाना होता है।
ऐसे में आप किसी और से प्रसाद बनवाकर उन्हें भोग लगवा सकती हैं। इस दौरान अपनी रसोई का खाना लड्डू गोपाल को न खिलाएं। आप चाहें तो बाहर से बिस्किट, ब्रेड लाकर भी उन्हें खिला सकती हैं।
लड्डू गोपाल की एक बार सेवा लेने के बाद उन्हें कभी भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। वही अगर आप पीरियड के दौरान घर से बाहर जाने की प्लानिंग में हैं तो आपको लड्डू गोपाल की सेवा किसी भरोसेमंद व्यक्ति को सौंप देनी चाहिए, ताकि वो लड्डू गोपाल की सही से सेवा कर सके, दिन में दो बार उनकी पूजा कर सके और दिन में चार बार उन्हें भोग सके।
मासिक धर्म में लड्डू गोपाल की पूजा या सेवा ऐसे करे
लड्डू गोपाल या कृष्ण पूजा की एक विधि बताई है जिसका पालन आप मासिक धर्म के दौरान भी आसानी से कर सकती हैं।
सुबह स्नान करें, स्नान के बाद मंदिर से थोड़ी दूरी पर एक चटाई बिछाकर बैठ जाएं। पीरियड या मासिक धर्म के दौरान उपयोग की जाने वाली चटाई पूजा के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चटाई से अलग होनी चाहिए। फिर एक परात या बड़ी थाली लें, उस थाली को अच्छी तरह साफ करें। उस थाली में थोड़ी मिट्टी और पानी लें और उसे एक बच्चे का आकार दें।
फिर भगवान श्री कृष्ण मंत्रों का जाप करें। उसके बाद उस बच्चे की आकृति को बाल गोपाल का रूप मानकर मिट्टी से बने लड्डू गोपाल को दूध, फूल और फल चढ़ाएं।
मिट्टी से बने लड्डू गोपाल या नवल कृष्ण को मक्खन का भोग लगाएं। फिर लड्डू गोपाल या श्री कृष्ण की मिट्टी से बनी आकृति की आरती करें। इसके बाद लड्डू गोपाल की मूर्ति की मिट्टी को दूध में मिला दें।
बस थाली से प्रसाद के रूप में फल निकाल लें। बची हुई मिट्टी, फूल, मक्खन, दूध मिला लें। फिर उस सामग्री को तुलसी के पौधे में डाल दें। तुलसी माता को प्रणाम करें और उनके समक्ष दीपक जलाएं।
अंत में आसन उठाकर श्री कृष्ण या लड्डू गोपाल को प्रणाम करें। आसन को कहीं अलग रखें और अगले दिन फिर से इसका इस्तेमाल करें।
महिलाएं या लड़कियां मासिक धर्म के दौरान हर बार यह तरीका अपना सकती हैं। इससे आप पवित्रता बनाए रखते हुए खुशी-खुशी कृष्ण पूजा कर पाएंगी। साथ ही आपकी भक्ति से लड्डू गोपाल प्रसन्न होंगे और आपको उनका आशीर्वाद भी मिलेगा।
लड्डू गोपाल की मूर्ति कितनी बड़ी होनी चाहिए (Laddu Gopal Ki Murti Kitni Badi Honi Chahiye)
घर के मंदिर में लड्डू गोपाल की मूर्ति रखते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक हो जाता है। बाल लड्डू गोपाल की मूर्ति ज्यादा बड़ी नहीं रखनी चाहिए। अगर आप घर में अपने अंगूठे के आकार की या करीब 3 इंच की मूर्ति रखते हैं तो यह शुभ होता है। इससे बड़ी आकर की किसी भी मूर्ति की पूजा या घर के मंदिर में स्थापना नहीं करनी चाहिए।
क्या घर में दो लड्डू गोपाल रख सकते हैं (Kya Ghar Me Do Laddu Gopal Rakh Sakte Hai)
भगवान कृष्ण के बाल रूप को उनके भक्त प्यार से लड्डू गोपाल कहते हैं। लोग इसे प्यार से घर में स्थापित करते हैं। घर में लड्डू गोपाल रखने को लेकर एक अहम सवाल मन में आता है कि क्या हम अपने घर में दो लड्डू गोपाल रख सकते हैं?
घर में लड्डू गोपाल को बच्चे के रूप में रखा जाता है और उनकी हर दिन सेवा की जाती है। घर के मंदिर में लड्डू गोपाल रखना बहुत शुभ माना जाता है और सबसे महत्वपूर्ण बात उनकी सेवा करना है।
अगर आपके घर में एक लड्डू गोपाल है तो उनकी कृपा काफी है। फिर भी अगर आप एक और लड्डू गोपाल रखते हैं तो शास्त्रों के अनुसार इसमें नियमों का कोई बंधन नहीं है। अगर आप घर में दो लड्डू गोपाल रखना चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं।
लेकिन ऐसा माना जाता है कि दोनों लड्डू गोपाल को अलग-अलग भोग लगाना चाहिए और उनके कपड़े भी अलग-अलग होने चाहिए। दोनों की पूजा बच्चों के रूप में की जाती है, इसलिए आप दोनों की नियमित सेवा करे हैं और दो लड्डू गोपाल को अलग-अलग आकार में रखना चाहिए। हालांकि भगवान की एक ही मूर्ति होनी चाहिए, फिर भी आप चाहें तो उनकी कई रूपों में सेवा कर सकते हैं।