महाकालेश्वर उज्जैन दर्शन का समय – Ujjain Mahakal Darshan Time Today

महाकालेश्वर उज्जैन दर्शन का समय – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को मध्य प्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में महाकाल लोक का उद्घाटन किया। महाकाल लोक से होकर महाकाल मंदिर तक जाने का रास्ता बनाया गया है। पहले मंदिर का प्रवेश द्वार मंदिर के सामने से था।

महाकाल लोक के निर्माण से अब लोग महाकाल लोक से होकर मंदिर में प्रवेश करते हैं। करीब 1 किलोमीटर लंबे महाकाल लोक में भगवान शंकर की कई ऐसी मूर्तियां हैं, जो उनकी गाथा पर आधारित हैं। ये सभी मूर्तियां महाकाल लोक से काम के पहले चरण में बनाई गई थीं। दूसरे चरण में मंदिर के दूसरी तरफ काम चल रहा है, जो लगभग पूरा हो चुका है।

अगर आप महाकाल लोक आना चाहते हैं और भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि यहां कैसे आएं और यहां आने के बाद आप उज्जैन में कैसे घूम सकते हैं।

महाकालेश्वर उज्जैन दर्शन का समय – Ujjain Mahakal Darshan Time Today

शिप्रा नदी के तट पर बसा शहर उज्जैन बाबा महाकाल की नगरी के रूप में जाना जाता है। सम्राट विक्रमादित्य भी यहीं रहते थे। महाकवि कालिदास ने भी उज्जैन में शिप्रा के तट पर कई साहित्यिक कृतियां लिखीं।

उज्जैन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 180 किमी और महानगर इंदौर से 60 किमी दूर स्थित है। स्कंद पुराण के अवंति खंड में उज्जैन का विस्तृत वर्णन है। इसके अलावा कई अन्य पुराणों में भी उज्जैन का उल्लेख किया गया है।

वर्तमान में यह नगरी उज्जैन के नाम से प्रसिद्ध है, लेकिन अलग-अलग कालों में इसे अवंति, विशाला, पुष्पकरनंदिनी, पद्मावती, कुमुदवती, कनकश्रृंगा, कुशस्थली, अमरावती, हिरण्यवती, उज्जयिनी, भोगवती और प्रत्येक कल्प में स्थित होने के कारण प्रतिकल्पा के नाम से भी जाना जाता था। यहां आज भी सप्त सागर विद्यमान हैं। उज्जैन की गणना सप्तपुरियों में की जाती है।

महाकाल लोक सुबह 6 बजे खुलता है और रात 10 बजे बंद हो जाता है। अगर आप अपने चार पहिया वाहन से महाकाल लोक के दर्शन करने आए हैं तो महाकाल लोक के पास वाहन पार्किंग बनाई गई है। आप यहां अपना वाहन पार्क कर सकते हैं। वाहन पार्क करने के बाद आपको ठीक सामने महाकाल लोक का प्रवेश द्वार मिलेगा। यहां से प्रवेश करने के बाद आपको यहां त्रिवेणी संग्रहालय भी मिलेगा, जहां आप उज्जैन और उसके आसपास से मिले पुरावशेषों को देख सकते हैं। यहां का शुल्क 20 रुपये है।

अगर आप अंदर फोटो लेना चाहते हैं तो 100 रुपये का अलग से शुल्क लगेगा।महाकाल लोक में प्रवेश करने के बाद आप भव्य नंदी द्वार से महाकाल लोक में प्रवेश कर सकते हैं। अंदर आपको भगवान शिव की अलग-अलग मूर्तियां मिलेंगी, जो भगवान शिव की कहानियों का वर्णन करती हैं।

महाकाल लोक में सभी मूर्तियों के दर्शन करने के बाद आपको मानसरोवर द्वार से महाकाल मंदिर में प्रवेश मिलेगा। यहीं से आप महाकाल मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। यहां भी आप लंबी कतार में इंतजार करने के बाद नंदी हॉल तक महाकाल मंदिर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं।

मंदिर खुलने व आरती का समय –

  • मंदिर खुलने का समय – प्रातः 4:00 बजे
  • भस्म आरती – प्रात: 4.30 बजे
  • दत्तोतक आरती – प्रात: 7.30 बजे
  • भोग आरती – प्रात: 11.00 बजे
  • सांध्य आरती – सायं 7.00 बजे
  • शयन आरती – रात्रि 10.30 बजे
  • मंदिर बंद होने का समय – प्रातः 11:00 बजे

भस्मआरती में भाग लेने के लिए –

अगर आप महाकाल मंदिर दर्शन के लिए उज्जैन आए हैं, तो आप भस्मआरती में भाग ले सकते हैं। आरती हर दिन सुबह 4.30 बजे होती है। आप इस आरती में दो तरह से भाग ले सकते हैं। चलित भस्म आरती और वहां बैठने की व्यवस्था के अनुसार। लोग रात 2 बजे से ही चलित भस्म आरती के लिए लाइन में लगना शुरू कर देते हैं।

कभी-कभी यह लाइन रात 12 बजे से लगनी शुरू हो जाती है, लेकिन भस्म आरती शुरू होने पर ही प्रवेश दिया जाता है। इसमें आप पैदल चलकर भस्म आरती के दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा वीआईपी व्यवस्था भी है, जिसका शुल्क 200 रुपये है।

भस्मआरती की बुकिंग ऑनलाइन भी की जा सकती है। महाकाल मंदिर में पूजा के लिए अलग-अलग दरें भी तय की गई हैं। आप यहां विभिन्न काउंटरों पर पूजा, अभिषेक की दरें देख सकते हैं और रसीद प्राप्त करके पूजा अभिषेक कर सकते हैं।

महाकाल भोग प्रसाद –

महाकाल मंदिर में विभिन्न काउंटरों से आप महाकाल का प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं। सूखे मेवों से बना प्रसाद पैकेट में उपलब्ध है, जो अलग-अलग वजन का होता है। 50 रुपए में 100 ग्राम, 100 रुपए में 250 ग्राम और 200 रुपए में आधा किलो का पैकेट यहां उपलब्ध है।

उज्जैन कैसे जाएं (Ujjain Kaise Jaaye)

उज्जैन जाने के लिए देश के विभिन्न शहरों से ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है। अगर आप हवाई मार्ग से उज्जैन जाना चाहते हैं, तो आपको पास में ही इंदौर में एयरपोर्ट पर उतरना होगा। यहां से आप टैक्सी से उज्जैन जा सकते हैं। इसके अलावा इंदौर रोड, देवास रोड, बड़नगर रोड, नागदा रोड, मक्सी रोड, आगर रोड से सड़क मार्ग से भी विभिन्न शहरों से उज्जैन में प्रवेश किया जा सकता है।

उज्जैन में घूमने के लिए –

अगर आप उज्जैन आए हैं तो एक दिन में पूरा शहर घूम पाना बहुत मुश्किल है। यहां देखने और घूमने के लिए इतना कुछ है कि आप एक दिन में पूरे शहर के मंदिर और दर्शनीय स्थल नहीं देख सकते। इसके लिए आपको कम से कम दो या तीन दिन का समय निकालना होगा।

उज्जैन में काल भैरव, विक्रांत भैरव, वेधशाला (जंतर मंतर), बड़े गणेश, हरसिद्धि, चार धाम, गढ़कालिका, सांदीपनि आश्रम, मंगलनाथ, सिद्धवट, चिंतामन गणेश, भर्तृहरि गुफा, कालियादेह महल समेत कई जगहें हैं, जो देखने लायक हैं।

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